आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष्य की एकादशी जिसे देवशयनी एकादशी के रूप में जाना जाता है।
Image:india.com
देवशयनी एकादशी के दिन से ही भगवान विष्णु का निद्राकाल शुरू होता है।
Image: webdunia
आज के दिन से ले कर चार माह तक भगवान विष्णु योग निद्रा में चले जाते हैं और कार्तिक शुक्ल पक्ष की एकादशी को वे निद्रा से उठते हैं।
देवशयनी एकादशी के बाद से चातुर्मास का आरम्भ होता है, इस दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं होता ।
देवशयनी एकादशी के बाद से अगले 4 महीनों तक कोई शुभ कार्य नहीं कीया जाता।
ऐसा माना जाता है की देवशयनी एकादशी का व्रत रखने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है।
यह भी माना जाता है की आज के दिन से ले कर अगले चार महीने तक सृष्टि का संचालन भगवान शिव करते हैं।